संयुक्त राष्ट्र ने तुर्की के नाम को बदलने की अपील को स्वीकृत कर लिया है । आख़िर नाम बदलने के पीछे क्या है कारण ?
क़रीबन 2021 से इस विषय पर तुर्की में चर्चा चल ही रही थी जिसे अब जाकर विराम लगा है । तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन मानते हैं की तुर्की का नया नाम 'तुर्कीए' यह इतिहास और संस्कृति को दर्शाता है ।
प्रचार प्रसार भी ज़ोरों पर
व्यापार और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी किया जाएगा 'तुर्कीए' शब्द का इस्तेमाल । हालाँकि ऐसा करने पर इस शब्द का प्रसार तेज़ी से होगा ऐसा तुर्की का मानना है ।
अंग्रेज़ी में लोग तुर्की को टर्की कहते है और टर्की नाम एक पक्षी का भी होने के कारण तुर्की लोगों को हीन भावना महसूस होती थी साथ ही वे कनफ़्यूज भी होते थे ।
आप यदि इंटरनेट पर 'Turkey' सर्च करेंगे तो ज्ञात होगा कि यही नाम से पक्षी भी पाए जाते हैं ।

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